
दुर्ग। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने हेलमेट जागरूकता का शुभारंभ रैली के माध्यम से किया है। जिसके बाद दुर्ग शहर यातायात पुलिस के द्वारा आज से ही लोगों में जागरूकता लाने किसी भी प्रकार से प्रचार प्रसार और हिदायत ना देते हुए सीधे बिना हेलमेट वाले दोपहिया वाहनों को रोक-रो कर ₹500 का फाइन हेलमेट के नाम से काटा जा रहा है ।

सड़कों पर सुविधाओं की बात करें तो दुर्ग से रायपुर तक कहीं भी किसी भी प्रकार की कोई सुविधा नजर नहीं आती है यहां तक की कई चौक चौराहो पर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं लेकिन वह भी दम तोड़ चुका है बहुत सारे चौक चौराहों पर ट्रैफिक लाइट बंद है या कई जगहों पर लाईट ही नहीं है ऐसे में सड़क सुरक्षा सप्ताह पर सवाल उठता है की क्या सिर्फ चालानी कार्यवाही करने से और ट्रैफिक कार्ड बनाने से ही सड़क सुरक्षा सप्ताह मनाने का उद्देश्य पूरा हो जाएगा।
दोपहिया वाहन चालकों को भी इस बात का ख्याल रखना चाहिए कि हेलमेट सिर्फ चालान पटाने के लिए नहीं है जबकि हेलमेट की सुरक्षा खुद की और पूरे परिवार की सुरक्षा है इस बात का ध्यान रखते हुए सभी दोपहिया वाहन चालकों को हेलमेट का इस्तेमाल करना ही चाहिए।
जागरूकता के नाम से केवल खाना पूर्ति करते हुए यातायात सेंटरों में माइक और रेडियो के माध्यम से आम जनता को सूचना दी जा रही है । केवल हेलमेट के नाम से ₹500 का फाइन काटा जाना विधि संगत नहीं है । यह एक तरह से आम जनता के ऊपर अन्याय और ज्यादतीय है।

Author: mirchilaal
