
दुर्ग में 1 व 2 जून को परिचय सम्मेलन का आयोजन, तैयारी में जुटे पदाधिकारी

दुर्ग । छत्तीसगढ़ प्रदेश माहेश्वरी सभा के बैनरतले आगामी 1 व 2 जून को दुर्ग के पृथ्वी पैलेस में विवाह योग्य युवक-युवती परिचय सम्मेलन का आयोजन किया गया है। इस सम्मेलन को जीवनसाथी चयन का नाम दिया गया है। सम्मेलन में सहभागिता के लिए देशभर से माहेश्वरी समाज के युवक-युवतियों से ऑनलाईन आवेदन आमंत्रित किए गए। अब तक 2 सौ से अधिक युवक-युवती पंजीयन करवा चुके है। ऑनलाईन पंजीयन के लिए 15 अप्रैल तक की तिथि निर्धारित की गई है। यह सम्मेलन अच्छा रिश्ता ढुंढने में समाज के लोगों को मदद करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया है। जिसके माध्यम से सामाजिक व पारिवारिक माहौल में युवक-युवतियों का परिचय करवाकर उन्हें बेहतर जीवनसाथी चयन करने का अवसर मिल सकें। सम्मेलन में समन्वयक की भूमिका भी अहम होगी। युवक-युवती दोनों पक्षों से एक-एक समन्वयक का नाम देने भी कहा गया है। दोनो पक्ष संबंधित समन्वयकों से बातचीत कर युवक-युवती के संबंध में आवश्यक जानकारी आसानी से ले सकेंगे। जो विवाह संबंध तय करने मे बड़ा आधार बनेगा। सम्मेलन में समाज के विधवा,विधुर, तलाकशुदा व दिव्यांग सदस्यों से भी ऑनलाईन आवेदन मंगाए गए है। माहेश्वरी सभा द्वारा इस तरह का परिचय सम्मेलन पूर्व भी आयोजित किया गया था। जिसके माध्यम से 30 जोड़े परिणय सूत्र में बंधे थे। सम्मेलन की तैैयारी के लिए समितियिों का गठन किया गया है। छत्तीसगढ़ प्रदेश माहेश्वरी सभा के पदाधिकारी, समिति प्रभारी के अलावा दुर्ग जिला माहेश्वरी सभा, प्रादेशिक माहेश्वरी महिला संगठन व युवा संगठन के पदाधिकारी व सदस्य तैयारियों में जुटे हुए है। यह बातें छत्तीसगढ़ प्रदेश माहेश्वरी सभा अध्यक्ष सुरेश मुंदड़ा ने शनिवार को मीडिया से चर्चा में कही। इस दौरान प्रदेश संगठन मंत्री गजेन्द्र चांडक, कोषाध्यक्ष मनोज राठी, संयुक्त मंत्री व कार्यक्रम संयोजक कमल बियानी,राष्ट्रीय विवाह प्रकोष्ठ सदस्य
विट्ठलदास भूतड़ा, दुर्ग जिला माहेश्वरी सभा अध्यक्ष अशोक राठी, सचिव डॉ. शंकर दम्माणी, उपाध्यक्ष रामदेव टावरी, कोषाध्यक्ष आनंद चांडक,ऑनलाईन रजिस्ट्रेशन प्रभारी राजकुमार गांधी,जगदीश चांडक भी मौजूद थे।
चर्चा में छत्तीसगढ़ प्रदेश माहेश्वरी सभा के अध्यक्ष सुरेश मुंदड़ा ने बताया कि माहेश्वरी विवाह योग्य युवक-युवती परिचय सम्मेलन का पूर्व में भी आयोजन किया गया था। आयोजन को अच्छा प्रतिसाद मिलने से इस तरह का यह चौथा परिचय सम्मेलन आयोजित किया गया है। श्री मुंदड़ा ने कहा कि माहेश्वरी समाज एक समृद्ध समाज है। छत्तीसगढ़ में करीब 27 सौ परिवार निवासरत है। विवाह योग्य युवक-युवती परिचय सम्मेलन के माध्यम से युवक-युवतियों को बेहतर जीवनसाथी चयन का अवसर मिलता है। श्री मुंदड़ा ने एक सवाल के जवाब में कहा कि सभी समाज में यह विडम्बना है कि युवतियां विवाह कर गांव व छोटे शहर में जाना पसंद नहीं करती है। गांव व छोटे शहर के लोग भी सभी दृष्टि से खुशहाल है। युवतियों के इस भ्रम को तोड़ने के लिए जिन युवतियों की शादी गांव व छोटे शहरों में हुई है, उन्हें परिचय सम्मेलन में आदर्श के रुप में आमंत्रित किया गया है। समाज की ऐसी विवाहित महिलाएं सम्मेलन में अपना अनुभव साझा करेंगी और विवाह योग्य युवतियों को गांव व छोटे शहर में रिश्ता बनाने से परहेज नहीं करने प्रेरित करेगी। श्री मुंदरा ने बताया कि शादी में फिजूल खर्च को रोकने के लिए माहेश्वरी सभा द्वारा प्रयास किए जा रहे है। इसके अलावा विवाह विच्छेद जोड़ों का फिर से संबंध प्रगाढ़़ बनाने उनकी कॉउन्सलिंग की जा रही है। माहेश्वरी समाज में प्रतिभावान विद्यार्थियों की कमी नही है। समाज के विद्यार्थी कई बड़े पदों पर जॉब में है। समाज द्वारा विद्यार्थियों को आईएएस व अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए मार्गदर्शन किया जा रहा है। इसके अलावा उन्हें हॉस्टल व स्कॉलरशिप की सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही है।

Author: mirchilaal
