February 19, 2025 5:54 pm

स्वावलंबन की दिशा में दुर्ग में आचार, पापड़, बड़ी एवं मसाला बनाने का प्रशिक्षण ले रही हैं महिलाएं

अभियान का मुख्य उद्देश्य लोगों को स्वरोजगार से प्रेरित करना है ताकि वे स्वयं का रोजागार शुरू कर सके – सुनील पटेल जिला कार्यवाह (रा.स्व.से.संघ)

एमएसएमई टूल रूम के सहयोग से स्वावलंबी भारत अभियान को गति प्रदान के दृष्टी से सम्पूर्ण प्रान्त के कई जिलों में विभिन्न प्रकार का प्रशिक्षण शिविर का आयोजन युवाओं को प्रशिक्षत करने हेतु किया जा रहा है ! स्वावलंबी भारत अभियान के प्रांत सह संयोजक संजय चौबे ने बताया की इसी कड़ी में दुर्ग के ग्राम उरला में आचार, पापड़, बड़ी एवं मसाला बनाने का 10 दिवसीय प्रशिक्षण महिलाओं को दिया जारहा है।

सभी महिलाओं को 13 प्रकार के खट्टे-मी ठे विभिन्न तरह के आचार, आम, नीम्बू, आवला , लहसुन, कटहल, पका लाल मिर्च, हरी मिर्च, काबुली चना, आम का मीठा आचार, मिक्स आचार बनाने की विधि बताई जा रही है। एमएसएमई टूल रूम के वरिष्ठ प्रबंधक जे.मोहंती ने कहा कि महिलाओं को सक्षम एवं सशक्त बना ने ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण द्वारा निरंतर कार्य किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में आगे स्वावलंबी भारत अभियान के संजय चौबे ने बताया की इस 10 दिवसीय प्रशिक्षण मे महिलाएं आचार बनाने के साथ ही पापड़, बड़ी एवं मसाला बनाने की विधि भी सीख रही है। इस प्रशि क्षण के दौरान उन्हें आत्मविश्वास बढ़ाने के साथ ही मार्केटिंगटिं , पैंकेजिंगजिं एवं उद्यमिता विकास तथा प्रभावी संचार का भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है। स्वावलंबी भारत अभियान का मुख्य उद्देश्य नवयुवक और नवयुवतियों को रोजगार के साधन उपलब्ध करवाकर स्वाबलंबी बनाना है। इस प्रशिक्षण में वर्तमान समय में बाजार में प्रचलित विभिन्न तरह के अचार, पापड़ व मसाला पाउडर मेंकिग प्रबंधन से संबंधित गतिविधियों के बारे में विशेष प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है !

इसी दौरान प्रशिक्षण शिविर में उपस्थित महिलाओं का हौसला बढाने राष्ट्रिय स्वयं सेवक संघ के दुर्ग जिला कार्यवाह सुनील पटेल एवं अन्य स्वयं सेवक भी पहुचें एवं उपस्थित महिलाओं का उत्साह बढाया आगे सुनील पटेल ने उपस्थित महिलाओं को अपने उद्बोधन में बताया की इस अभियान का मुख्य उद्देश्य लोगों को स्वरोजगार से प्रेरित करना है, आप सभी को सही निर्णय लेना , स्वयं पर भरोसा करना, क्षमता के अनुसार कार्य करना , आत्मनिर्भर हो कर आत्मविश्वास के साथ कार्य करना है। एवं नवयुवक और नवयुवतियों को रोजगार के साधन उपलब्ध करवाकर स्वाबलंबी बनाना है। इस प्रशिक्षण में वर्तमान समय में बाजार में प्रचलित विभिन्न तरह के अचार, पापड़ व मसाला पाउडर मेंकिग प्रबंधन से संबंधित गतिविधियों के बारे विस्तार से जानकारी प्रदान की इस शानदार कार्यक्रम की प्रशिक्षक मोनिका निषाद धमतरी से आई थी !

उपस्थित महिलाओं में सिन्धु सिंघाड़े ने बताया की प्रशिक्षण के दौरान सुविचार में हमें यह सिखाया गया है कि हिम्मत न खोना , आगे जाना है। जिन्हों ने कहा था तेरे वश का नहीं है, उन्हें भी कार्य करके दिखाना है। यहां प्रशिक्षण के दौरान बहुत कुछ सीखने को मिला आगे रिंकी सिन्हा ने कहा की हमें , आत्मनिर्भर हो कर आत्मविश्वास के साथ कार्य करना है, यहां 20 प्रकार के उत्पादों को निर्माण करना सिखा है जिसमें क्रमश: आचार बनाने की विधि , साबुदाना पापड़, मूंग पापड़, बड़ी, सांभर मसाला, गरम मसाला, बिरयानी मसाला,चाय मसाला, अलसी की चटनी, सहित अन्य सामग्री बनाना सीख रहे है और हमारा संकोच दूर हुआ है, इस प्रशिक्षण के लिए घर का सहयोग मिला है और यहां आकर वह बहुत कुछ सीख सकीं । इस अवसर सिन्धु सिंघाड़े, रिंकी सिन्हा, गीता बारमाटे, अनीता, संगीता अड्काने, छाया वासनिक सहित अन्य महिलाएं उपस्थित थीं ।

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Author: mirchilaal

Anil

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