
दुर्ग। भारतमाला परियोजना राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण कार्य के तहत ग्राम थनौद, बिरेझर व चंगोरी के किसानों को होने वाली क्षति 2500 हेक्टेयर कृषि भूमि के फसल नुकसान एवं परिवहन संबंधी परेशानी से अवगत कराने किसानो ने कलेक्टर से मुलाकात कर ज्ञापन सौपा ।

ज्ञापन के माध्यम से बताया गया कि ग्राम थनौद, बिरेझर व चंगोरी शिवनाथ नदी के तट पर बसा हुआ है जिसके कारण प्रतिवर्ष आने वाली बाढ़ के कारण किसानो को नुकसान सहना पड़ता है। चूंकि वर्तमान में भारतमाला परियोजना के अर्न्तगत बनाये जा रहे सड़क में मिट्टी से निर्माण किया जा रहा है एवं मुख्य बाईपास सड़क पर क्रासिंग अंडरग्राउण्ड रास्ता की ऊंचाई के वजह से भारी समस्या का सामना करना पड़ेगा। जिसके कारण किसानों ने मांग किया है कि बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र होने की वजह से रोड पर मिट्टी निर्माण की जगह नाला से 500 मीटर पहले से लेकर शिवनाथ नदी तक कालम पद्धति (सीमेंट रॉड गिट्टी) से निर्माण किया जावे ताकि बाढ़ कि संभावना कम किया जा सके ।
और थनौद बाईपास मार्ग विपसयना साधना केन्द्र के पास जो अंडरग्राउण्ड ब्रीज का निर्माण किया जा रहा है जिसकी ऊंचाई 4 मीटर है चूंकि यह मार्ग गांव की कृषि एवं धान परिवहन का मुख्य मार्ग है ऊंचाई 4 मीटर होने की वजह से कृषि उपकरण, हारर्वेस्टर व सेवा सहकारी समिति धान खरीदी केन्द्र से आवागमन अवरूध हो रहा है जिसके कारण ब्रीज की ऊंचाई 6 मीटर किया जावे ।
पीड़ित ग्रामवासी कृषकगण ने अतिशीघ्र कार्यवाही की मांग किया है जिनमें 15 दिवस की समयावधि के अन्तर्गत संतोषप्रद कार्यवाही नहीं होने पर शासन प्रशासन के विरूद्ध किसान मजबूरन आन्दोलन करने के लिए बाध्य होंगे, जिसकी पूर्ण जवाबदारी शासन-प्रशासन की होगी ।
ज्ञापन सौंपने वालों में प्रमुख रूप से मोहनलाल हरमुख ,अश्वनी देशमुख, वेदनाथ सिंन्हा, नेमेंद्र देशमुख, उमेंद्र सिन्हा, भरत लाल देशमुख, गोपाल सिन्हा, चिंताराम पांडे, अनिल देवांगन,मोरध्वज कुंभकार,हेमलाल सिन्हा ,योगेंद्र कुभंकार, संतोष ठाकुर, अमित धनकर, मनहरण देशमुख, बिसेसर यादव, पन्नालाल देवांगन, ओंकार प्रसाद धनकर, दिलीप देशमुख,टहल हरमुख उपस्थित रहे।

Author: mirchilaal
