पाटन. सरकारी खजाने को चूना लगाकर प्रायवेट खदान संचालकों के लिए आलीशान सड़क बना दिए जाने का मामला अब जनपद पंचायत में पहुंच गया है। सदस्य खिलेश बबलू मारकंडे ने सामान्य सभा की बैठक में यह मामला उठाया। उनका आरोप है कि श्मशान घाट पहुंच मार्ग का नाम देकर प्रायवेट खदान और क्रेशर संचालकों के लिए पक्की टू लेन सड़क बनाकर लाखों रूपए का चूना लगाया गया है।


सदस्य खिलेश बबलू मारकंडे ने दावा किया है कि उनके पास ऐसे आधा दर्जन से ज्यादा सड़कों की जानकारी है, जिन्हें या तो बिना प्रस्ताव व टेंडर के बनाया गया है अथवा सड़कें केवल कागजों में बनाई गई है। वे इनका जल्द खुलासा करेंगे। बैठक में उन्होंने ताजा मामले की उच्च स्तरीय जांच व जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। सदस्य खिलेश बबलू मारकंडे ने बैठक में अपने क्षेत्र की समस्याओं व लंबित कार्यों से संबंधित मामलों को प्रमुखता के साथ विभागीय अधिकारियों के समक्ष रखा और शीघ्रता के साथ पूरा करने के लिए कहा।
डीएपी के लिए भटक रहे किसान
सदस्य मारकंडे ने पाटन क्षेत्र के किसानों को समय पर खाद नहीं मिलने का मामला भी उठाया। उनका कहना था कि किसान खाद के लिए समिति के चक्कर काट रहे है, लेकिन अधिकारी-कर्मचारी उनकी समस्याओं को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। किसान समिति के कर्मचारियों के पास सतत संपर्क करते रहते है कि समिति में यूरिया व डीएपी खाद मिल जाए, लेकिन इसके बाद भी उनको पर्याप्त मात्रा में खाद नहीं मिल रहा है। जिससे किसान आक्रोशित व परेशान है।
प्राचार्य कर रहे स्कूल में राजनीति
सदस्य खिलेश बबलू मारकंडेय ने शासकीय कन्या उच्चतर विद्यालय सेलूद के प्राचार्य पर कार्यक्रमों में स्थानीय जनप्रतिनिधियो की उपेक्षा कर राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि प्राचार्य को दलीय राजनीति से ऊपर उठकर सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने नए पंजीयन वाले किसानों को पीएम सम्मान निधि का लाभ नहीं मिलने का मामला भी उठाया। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा सभी किसानों को इसका लाभ दिलाने पहल किया जाना चाहिए।

Author: mirchilaal
