सरकार के गौठानों को बंद करने के फैसले और मवेशियों से फसल को नुकसान से आहत पाटन के किसान विरोध में…. अजब आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं। किसानों ने मामले को लेकर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा है और 15 अगस्त तक सड़क पर घूमने वाले मवेशियों पर नियंत्रण की मांग की है। ऐसा नहीं होने की सूरत में 16 अगस्त को किसानों ने अपने-अपने गांवों से मवेशियों को लेकर पाटन पहुंचने और एसडीएम कार्यालय में छोड़ देने का ऐलान किया है।


किसानों ने मामले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से चर्चा के बाद यह फैसला किया है। किसानों के इस आंदोलन में पाटन के कांग्रेस नेता व कार्यकर्ता भी शामिल होंगे। आवारा मवेशियों की फसल चराई से परेशान किसानों ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को उनके भिलाई तीन आवास पहुंचकर व्यथा बताई। इस दौरान किसानों ने बताया कि खेतों में यह समय फसल के ग्रोथ का है। ऐसे में अब चराई से भविष्य में फसल की भरपाई संभव नहीं होगा। दूसरी ओर शासन प्रशासन द्वारा न तो गौठानों को शुरू करने पर ध्यान दिया जा रहा है और न ही मवेशियों पर नियंत्रण के लिए कोई भी उपाय किया जा रहा है। इसके चलते मवेशी चारे की तलाश में दिन में खेतों का रूख कर लेते हैैैं और फसल को नुकसान पहुंचाते हैं। वहीं रात को मवेशी सड़कों पर कब्जा जमा लेते हैं, इससे दुर्घटना की स्थिति बनती है। किसानों का कहना था कि कांग्रेस शासनकाल में बेहतर ढंग से चल रहे गौठानों को बंद करने का फैसला सरकार ने किया है, ऐसे में अब मवेशियों पर नियंत्रण की जिम्मेदारी भी सरकार की है, लेकिन न तो सरकार के प्रतिनिधि इस पर ध्यान दे रहे हैं और न ही प्रशासनिक अधिकारी इसे गंभीरता से ले रहे हैं।
किसानों के हर संघर्ष में साथ-पूर्व मुख्यमंत्री
इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किसानों को बताया कि मवेशियों के कारण फसल क्षति और सड़क दुर्घटनाओं को लेकर सरकार का ध्यान लगातार आकृष्ट कराया जा रहा है, लेकिन साय सरकार की प्राथमिकता में किसान और उनकी फसल नहीं है, इसलिए इस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा। उन्होंने कहा कि गौठान केवल इसलिए बंद कर दिया गया है क्योकि यह कांग्रेस सरकार की योजना है। उन्होंने सरकार का ध्यान आकृष्ट कराने किसानों के आगे आने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि वे किसानों के हर संघर्ष में साथ हैं। इस पर किसानों ने पाटन में विधानसभा स्तरीय प्रदर्शन का निर्णय किया।
प्रदर्शन से पहले हरकत में आया प्रशासन
किसानों ने ब्लाक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्षों के माध्यम से एसडीएम को इस विषय में ज्ञापन सौंपकर अल्टीमेटम दिया है। कांग्रेस के ब्लाक अध्यक्ष राजेश ठाकुर के नेतृत्व में कांग्रेस नेताओं ने ज्ञापन सौंपकर एसडीएम को आवारा मवेशियों को नियंत्रित करने कहा है। कांग्रेस नेताओं के चेतावनी का असर भी दिखने लगा है। एसडीएम ने पाटन के सचिवों और पटवारियों की बैठक लेकर इस संबंध में निर्देश दिए हैं। हालांकि किसानों और कांग्रेस नेताओं के इस ऐलान के बाद राजनीतिक बयानबाजी भी तेज हो गई है।

Author: mirchilaal
