
दुर्ग। कंगना रनौत की फिल्म एमरजेंसी का लगने से पहले ही विरोध सुरू हो चुका है। यह फिल्म 6 सितंबर 2024 को रिलीज होने वाली है इस फिल्म का विरोध पूरे भारत में हो रहा है जिसमें प्रमुख रूप से सिख समुदाय सामने आया है सिख समुदाय के द्वारा यह कहा गया है की फिल्म में सिख समुदाय के प्रति नफरत को बढ़ावा दिया गया है। जिसके कारण फिल्म को लगने से रोका जाए। छत्तीसगढ़ सिख पंचायत की एक प्रतिनिधि मंडल ने आज दुर्ग जिलाधीश महोदय को ज्ञापन सौंप कर यह मांग रखी है।

छत्तीसगढ़ सिख पंचायत के जनरल सेक्रेटरी गुरुनाम सिंह ने मीडिया से चर्चा करते हुए बताया कि फिल्म के ट्रेलर में गलत ऐतिहासिक तथ्यों को दर्शाया गया है जिससे फिल्म सिख समुदाय के प्रति नफरत को बढ़ावा दे रहा है फिल्म के जरिए सामाजिक ताने-बाने को नष्ट करने का प्रयास किया गया है वहीं ट्रेलर में यह भी दिखाया गया है कि सिख समुदाय के लोगों ने धार्मिक भेदभाव की वजह से एक बस को रोककर उसमें सवार हिंदू समुदाय के लोगों पर अंधाधुंध फायरिंग भी की बिना किसी ऐतिहासिक आधार पर सिख समुदाय और उनके धार्मिक संस्थाओं को बदनाम करने की नौटंकी रची गई है सिखों के चाल चरित्र को जानबूझकर गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया है।
छत्तीसगढ़ सिख पंचायत इस फिल्म को दुर्ग भिलाई सिनेमा हॉल एवं मॉल में कहीं भी लगने नहीं दिया जाएगा। अन्यथा समाज में इस फिल्म के प्रभाव से अगर कोई घटना घटती है या किसी तरह का माहौल खराब होता है तो उसका जिम्मेदार स्वयं प्रशासन होगा छत्तीसगढ़ सिख पंचायत भिलाई दुर्ग इस फिल्म में सिखों की एवं सिख समाज की दर्शायी भूमिका का कड़ा विरोध करती है और कंगना रनौत के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग किया है।

Author: mirchilaal
