mirchlaal@दुर्ग. क्षेत्र की गौठानों में स्व-सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं को स्व-रोजगार से जोडऩे के लिए बनाए गए रूरल इंडस्ट्रीयल पार्को को लेकर बड़ी गड़बड़ी का खुलासा हुआ है। जनपद पंचायत की बैठक में इसका खुलासा किया है। सदस्यों का आरोप है रूरल इंडस्ट्रीयल पार्कों का संचालन के बजाए किसी एजेंसी द्वारा किया जा रहा है। इस तरह शासकीय योजनाओं का फायद एजेंसी द्वारा लिया जा रहा है। सदस्यों ने बैठक में इस मामले की जांच का फैसला किया और प्रस्ताव पारित कर अगली बैठक में इसकी जांच रिपोर्ट सदन की पटल पर रखने निर्देशित किया है।


जनपद पंचायत की बैठक अध्यक्ष देवेंद्र देशमुख की मौजूदगी में हुई। बैठक में सदस्यों ने बताया कि पूर्ववर्ती सरकार में निर्मित गौठानों में स्व-सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं को स्वरोजगार से जोडऩे के मकसद से रूरल इंडस्ट्रीयल पार्कों का निर्माण कराया गया है। इसके लिए यहां सरकारी जमीन पर सरकारी खर्चे से अधोसंरचना का निर्माण किया गया है। इसके अलावा रूरल इंडस्ट्रीयल पार्क में उद्यम संचालन और उत्पादोंं की बिक्री तक अलग-अलग माध्यमों से सहयोग प्रदान किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि दुर्ग ग्रामीण के कई रूरल इंडस्ट्रीयल पार्क में इकाइयों का संचालन सीधे पर किसी एजेंसी द्वारा किया जा रहा है। सदस्यों ने इसकी जांच व कार्रवाई की मांग उठाई। बैठक में आईएएस एम भार्गव, सीईओ रूपेश पाण्डेय, उपाध्यक्ष झमित गायकवाड़, राकेश हिरवानी, टिकेश्वरी देशमुख, सदस्य व विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
मवेशियों के लिए मनरेगा से रखे मजदूर
सदस्यों ने बैठक में मवेशियों द्वारा फसलों को नुकसान पहुंचाए जाने का मामला भी उठाया। सदस्यों का कहना था कि फसल की अब चराई होने से फसल की भरपाई नहीं हो पाएगी। ऐसे में तत्काल नियंत्रण बेहद जरूरी है। सदस्यों ने इसके लिए मनरेगा से मजदूर रखे जाने की मांग उठाई।
अस्पताल में खुले में फेंकी जा रही दवाइयां
जनपद की बैठक में सदस्य रूपेश देशमुख ने स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित निकुम अस्पताल में एक्सपायरी दवाईयां खुले में फेंके जाने का मामला उठाया गया। उन्होंने मामले में जांच कराए जाने मांग रखी। मचांदूर में 12 लाख से बनाए गए शौचालय जर्जर स्थिति में होने पर सदस्यों ने नाराजगी जाहिर की और इसकी जांच कराए जाने निर्णय लिया।

Author: mirchilaal
