
दुर्ग। देश के गृह मंत्री अमित शाह के द्वारा देश के सर्वोच्च सदन संसद भवन में दिए गए बयान को लेकर बौद्ध समाज, आंबेडकर समाज, सर्व समाज भिलाई सड़क पर उतरकर उनके खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं अमित शाह के इस्तीफा और माफी की मांग कर रहे हैं।

ज्ञापन में बताया कि राज्य सभा में 18 दिसंबर को भारत सरकार के गृहमंत्री अमितशाह द्वारा भारतीय संविधान के शिल्पकार करोड़ो करोड़ो वंचितो को वाणी दिलाने वाले महामानव भारत रत्न डॉ बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर जी के प्रति उनका कथन “अम्बेडकर अम्बेडकर, अम्बेडकर, अम्बेडकर, अम्बेडकर, अम्बेडकर कहना अम्बेडकर का नाम लेना आज कल फैशन हो गया है यदि इतना ही बार भगवान का नाम लेते तो 7 जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता।
भारतीय संविधान का जब हमारा देश 75वीं अमृतोत्सव मना रहा है ठीक ऐसे समय में गृहमंत्री द्वारा उक्त कथन शर्मनाक एवं निंदनीय है, भारतीय संविधान के शिल्पकार की गरिमा और भारतीय संविधान का घोर अपमान है उनके उक्त कथन का बहुजन समाज निन्दा करता है। इस अपमान जनक भाषा के लिए उन्हे देश से माफी मांगनी चाहिए। यदि वे ऐसा नहीं करते है तो तत्काल प्रभाव से मंत्री मंडल से अविलम्ब बर्खास्त करना चाहिए। यदि ऐसा नहीं हुआ तो बहुजन समाज को भारत रत्न डॉ बाबा साहब भीमराव आम्बेडकर के सम्मान एवं संविधान की रक्षा के लिए सड़क पर उतरना पड़ेगा। यदि किसी को स्वर्ग चाहिए तो वे संसद छोड़कर हिमालय की ओर प्रस्थान करे जैसा उनका विश्वास है। स्मरण रहे कि भगवान राम को भी डॉ बाबा साहब भीमराम अम्बेडकर के भारतीय संविधान से ही अयोध्या में मंदिर बनाने का न्याय मिला है।
सैकड़ो की संख्या में प्रदर्शन कर रहे बौध समाज के लोगों ने पुलिस के बार-बार मना करने के बावजूद भी अमित शाह का पुतला दहन पटेल चौक पर कर दिया पुलिस को चकमा देते हुए पुतला को छुपाते हुए लाकर चुपचाप आग लगा दिया गया जिसके बाद पुलिस पुतला को छीना चाहा लेकिन लोगों की भीड़ इतनी ज्यादा थी कि पुतला पूरी तरह जल गया इसके बाद रैली के रूप में कलेक्ट्रेट पहुंच कर ज्ञापन सौंपे।
इस प्रदर्शन कार्यक्रम में मुख्य रूप से एस आर कानडे , हेमराज मेश्राम विनोद वासनिक रविंद्र युवराज राज किशोर राजेश अमित मेश्राम एमपी पाटिल शांतनु मरकाम प्रवीण व सैकड़ो की संख्या में समाज के लोग उपस्थित थे।

Author: mirchilaal
