April 18, 2025 4:35 pm

इतनी कृपा न बरसाओ प्रभु, रिसाली निगम में अधिकारियों की कमी या कुछ और है रहस्य पढ़े ये खबर…

बात हो रही रिसाली निगम की जहां रामराज की परिकल्पना साकार हो रही है। पंप ऑपरेटर के भरोसे रिसाली निगम अपने विकास की गाथा कह रहा है।
यहां चपरासी किसी विभाग का प्रभारी बन जाता है तो कहीं उस विभाग के प्रभारी अधिकारी लूप लाइन में चले जाते हैं जो टाइमकीपर है वह प्रभारी उप अभियंता बन जाता है। तो वही जो पंप ऑपरेटर है जो कि स्वास्थ्य का जिम्मा संभाले हैं वहीं राजस्व विभाग के लिए अर्थ दंड वसूली करने वाला प्रभारी अधिकारी भी नियुक्त हो जाता है। और तो और सब इंजीनियर कार्यपालन अभियंता की भूमिका में नजर आता है।
हमने पूर्व की चौपाई में बता दिया है कि जहां राम की कृपा है वहां आयुक्त की कृपा तो बरसनी ही है।आयुक्त रिसाली नगर निगम मोनिका वर्मा के हस्ताक्षर से बृजेंद्र परिहार जो प्रभारी स्वास्थ्य अधिकारी हैं उन्हें वर्तमान कार्यों के साथ-साथ दुकान संस्थापना अनुज्ञप्ति लाइसेंस ट्रेड व गुमास्ता लाइसेंस जारी करने के लिए प्रभारी अधिकारी भी नियुक्त कर दिया गया है। उन्हें साप्ताहिक लक्ष्य कार्य योजना तैयार कर निकाय क्षेत्र अंतर्गत व्यावसायिक क्षेत्र प्रतिष्ठानों, दुकानों का दस्तावेज जांच व निरीक्षण उपरांत पात्रता अनुरूप लाइसेंस जारी करने एवं अनुज्ञप्ति लाइसेंस की वैधता समाप्त होने वाले व्यावसायिक प्रतिष्ठानों दुकानों से निर्माण अनुसार जुर्माना या अर्थदंड की वसूली भी सुनिश्चित करने हेतु निर्देश जारी कर दिया गया है।
रिसाली निगम में पूर्व की भांति आज भी जो जिस कार्य में निपुण नहीं है या जिसकी योग्यता नहीं रखते ऐसे लोगों को कई विभागों के प्रभारी बना दिए गए हैं। सवाल यहां पर बृजेंद्र परिहार का है जो अभी प्रभारी स्वास्थ्य अधिकारी होने के साथ-साथ उपरोक्त लिखे विभागों को भी देखेंगे। रिसाली निगम में ऐसे कई अधिकारी हैं आयुक्त मोनिका वर्मा के अनदेखी के चलते लूप लाइन में चले गए हैं। लगभग सभी विभागों में ऐसे ही प्रभारी अधिकारियों के भरोसे काम चलाया जा रहा है।
अनुभवी एवं जानकारी अधिकारियों को क्यों लूप लाइन में डाला जा रहा है यह बड़ा सवाल है शायद आयुक्त मोनिका वर्मा ऐसे ही रिसाली निगम को चलाना चाह रही है, ताकि बंदरबाट का रास्ता खुला रहे।
बहरहाल निगम एक स्वायत्त संस्था है पब्लिक सब जानती है।

mirchilaal
Author: mirchilaal

Anil

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