
नगरीय निकाय चुनावों के लिए दाखिल किए गए नामांकन पत्रों की स्कूटनी बुधवार को की गई। इस दौरान भाजपा प्रत्याशी द्वारा नामांकन के दौरान दिए गए शपथ पत्र में अचल संपत्ति की जानकारी छुपा लिए जाने संबंधी आपत्ति आई। इस आपत्ति को संबंधित रिटर्निंग ऑफिसर ने इसे खारिज कर दिया और कोई भी कार्रवाई नहीं की गई। इसे लेकर अब कलेक्टर व जिला निर्वाचन अधिकारी के साथ राज्य चुनाव आयोग से भी शिकायत की गई है।

मामला नगर निगम दुर्ग के वार्ड क्रमांक 27 का है। वार्ड के नामांकन पत्रों की स्कूटनी के दौरान यहां से पार्षद पद के लिए कांग्रेस से अधिकृत प्रत्याशी मनीष कुमार बघेल ने रिटर्निंग ऑफिसर के सामने लिखित आपत्ति दर्ज कराई। जिसमें उसका कहना था कि वार्ड क्रमांक 27 में भारतीय जनता पार्टी की ओर से नामांकन दाखिल करने वाले अभ्यर्थी बली यादव के द्वारा अपने नामांकन फार्म में अचल संपत्ति का विवरण छुपाया गया है। आपत्तिकर्ता के मुताबिक उसने बली यादव के नाम पर अंकित संपत्तियों का विवरण भी संलग्न किया था। उनका आरोप था कि बली यादव द्वारा नामांकन में संपत्ति को छिपाया गया है, इस कारण उनका शपथ पत्र झूठा हो जाता है। ऐसे में अभ्यर्थी बली यादव का नामांकन निरस्त किया जाना चाहिए। आरोप है कि उक्त आपत्ति पर रिटर्निंग ऑफिसर ने कोई कार्रवाई ही नहीं की।
चुनाव की पारदर्शिता पर उठाए सवाल
आपत्तिकर्ता मनीष कुमार बघेल की ओर से प्रदेश कांग्रेस कमेटी विधि विभाग के प्रभारी महामंत्री शिवेश सिंह ने कलेक्टर के समक्ष इसकी शिकायत दर्ज कराई है। इसकी प्रति राज्य निर्वाचन आयोग को भी भेजा गया है। उक्त पत्रक में सरकार के पदाधिकारी व प्रशासनिक तंत्र के दबाव में आपत्ति पर कार्रवाई नहीं किए जाने की आशंका जाहिर करते हुए चुनाव के पारदर्शिता पर सवाल उठाएं हैं।

Author: mirchilaal
