
कहा-नगर निगम के भ्रष्टाचारों के मामलों की राज्य शासन से करवाएंगे जांच

दुर्ग । नगरीय निकाय व त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में सत्तापक्ष भाजपा और विपक्षी कांग्रेस के बीच जारी आरोप प्रत्यारोपों से चुनावी माहौल सरगर्म है। इस बीच दुर्ग शहर के विधायक गजेंद्र यादव द्वारा दुर्ग नगर निगम के निवृत्तमान महापौर धीरज बाकलीवाल पर भ्रष्टाचार का बड़ा आरोप लगाया गया है। जिला भाजपा कार्यालय में मीडिया से चर्चा में श्री यादव ने कहा कि दुर्ग नगर निगम में पिछले 5 वर्ष कांग्रेस की शहरी सरकार सत्तासीन रही है, लेकिन विकास कार्य शून्य रहा है। विकास के नाम पर केवल भ्रष्टाचार की गई है। राज्य शासन की योजनाएं हो चाहे निगम के कार्य दोनों में भ्रष्टाचार का बोलबाला रहा है। अपने चहेतों को उपकृत करने शासन की गाइडलाइन व नियम-कानून की खुलकर धज्जियां उड़ाई गई है। जिससे शहर की जनता आज भी मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रही है।
विधायक गजेंद्र यादव ने कहा है कि कांग्रेस के इस भ्रष्टाचार के खेल के खिलाफ भाजपा द्वारा पूर्व में आवाज उठाई गई थी, लेकिन भाजपा की आवाज दबा दी गई थी। अगर अब दुर्ग नगर निगम के इस चुनाव में भाजपा की परिषद सत्तासीन होती है, तो पिछले कांग्रेस की शहरी सरकार के भ्रष्टाचार के सारे मामलों की राज्य शासन के माध्यम से जांच करवाई जाएगी।
मीडिया से चर्चा के दौरान दुर्ग ग्रामीण विधायक ललित चंद्राकर, जिला भाजपा प्रभारी राजीव अग्रवाल, जिला भाजपा अध्यक्ष सुरेंद्र कौशिक, उपाध्यक्ष राजेंद्र पाध्ये, मीडिया प्रभारी राजा महोबिया, सह मीडिया प्रभारी राकेश दुग्गड भी मौजूद रहे। चर्चा में दुर्ग शहर विधायक गजेंद्र यादव ने आरोपों की झड़ी लगाते हुए कहा कि दुर्ग नगर निगम के विकास कार्यों में भ्रष्टाचार के एक नहीं बल्कि अधिकांश कार्यों में भ्रष्टाचार की गई है। भ्रष्टाचार के इस खेल में एमआईसी सदस्य व संबंधित अधिकारियों की भी साठगांठ रही है। शासन की महत्वकांक्षी योजना नल जल आवर्धन योजना, पंप हाउस में खराबी, पैनल बोर्ड संधारण, संपवेल निर्माण, अपने चहेतों को लाभ पहुंचाने सरस्वती नगर व पोटिया के पीएम आवास का आवंटन नहीं करना, बस स्टैंड व इंदिरा मार्केट पार्किंग स्टैंड, कोरोनाकाल के समय खाद्य कीट वितरण, मानस भवन के पास निर्मित गुमटियां, नेहरू नगर से पुलगांव चौक तक सडक़ चौड़ीकरण कार्य, ठगड़ा बांध सौंदर्यीकरण कार्य, कचरा निष्पादन कार्य, प्लेसमेंट कर्मचारियों की भर्ती के अलावा अन्य कार्य में भ्रष्टाचार की गई है। इसके अलावा निगम के एफडी की राशि का भी दुरुपयोग किया गया है।

Author: mirchilaal
