
नगरीय निकायों के चुनाव में इस बार शहर के मतदाता नई तकनीक की मल्टीपल इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन का उपयोग करेंगे। यह विधानसभा व लोकसभा के चुनावों में इस्तेमाल होने वाले सामान्य इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) अलग होगा। सामान्य ईवीएम में एक बार में केवल एक पद के लिए मतदान की सुविधा होती है। जबकि मल्टीपल इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन से एक से ज्यादा पदों पर मतदान कराया जा सकता है। नगर निगम के चुनाव में एम टू मशीन का उपयोग होगा। यानि एक ही मशीन पर महापौर और पार्षद दोनों के लिए मतदान होगा।

यह है मल्टीपल ईवीएम
साधारण व मल्टीपल ईवीएम में ऊपरी तौर पर अंतर नहीं है। एक से अधिक पदों के लिए मतदान की स्थिति में अलग-अलग ईवीएम लगाने की परेशानी से बचने मल्टीपल ईवीएम उपयोगी है। इसी के अनुरूप नई तकनीकी के साथ मशीन विकसित की गई है। इसमें मतदान के साथ एक से अधिक पदों के लिए डाले गए मतों की गणना की भी सुविधा रहती है।
ऐसे कर सकेंगे मतदान
एम टू इवीएम के बैलेट यूनिट दो भागों में अलग-अलग रंग के लेबल से बंटा होगा। सफेद लेबल पर महापौर का और गुलाबी लेबल पर पार्षद का चुनाव चिन्ह होगा। महापौर पद के लिए सफेद लेबल में अपनी पसंद के अभ्यर्थी के सामने खुले बटन को दबाने के पश्चात बीप की छोटी आवाज आएगी। फिर पार्षद पद के लिए गुलाबी लेबल में अपनी पंसद के अभ्यर्थी के सामने के खुले बटन को दबाने पर मतदान करने पर बीप की लंबी आवाज आएगी। इस तरह दोनों के लिए मतदान हो जाएगा।
2009 में हुआ था इस्तेमाल
इससे पहले एम टू ईवीएम मशीन का उपयोग 2009 के नगरीय निकायों के चुनाव में हुआ था। इसके बाद 2014 में सिम्पल ईवीएम से मतदान कराया गया था। वर्ष 2019 में बैलेट पेपर से मतदान कराया गया था। 2009 में इस्तेमाल की गई मशीने जिला प्रशासन द्वारा आईटीआई पुलगांव में स्टोर कर रखा गया था। जिसे इस बार चुनाव में इस्तेमाल किया जाएगा। इससे अलावा मध्यप्रदेश से भी मशीनें मंगाई गई है।

Author: mirchilaal
