
दुर्ग। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर नामांकन का सिलसिला पूरा हो चुका है। चुनावी मैदान में कितने प्रत्याशी आमने-सामने हैं यह साफ हो चुका है अब शुरू हो चुका है तो दौरा और प्रचार का कार्यक्रम जिसको लेकर प्रत्याशियों में काफी उत्साह नजर आ रहा है साथ ही कई प्रत्याशी अपने प्रचार करने के खास तरीकों से चर्चा में आ गए हैं। जी हां आपको बता दें कि ग्राम पंचायत कुथरेल सरपंच पद के प्रत्याशी रमेश कुमार सोनवानी के बने पोस्टर को लेकर चर्चा का बाजार गर्म है क्योंकि उनके पोस्टर का टैगलाइन गरीब मां का अधूरा सपना शिक्षित बेटा करेगा पुरा पुरे गांव में चर्चा का विषय हो गया है आखिर यह टैगलाइन क्यों?


रमेश कुमार सोनवानी ने बताया कि दो पंचवर्षीय पहले आरक्षण के कारण उनकी मां को चुनाव लड़ने का मौका मिला था लेकिन चुनाव में उनको हार का सामना करना पड़ा। उन्होंने बताया कि मां कई बातों को लेकर गांव के विकास के लिए बात करती थी जो कि आज भी अधूरा सा लगता है जिसके कारण मैं अपने बैनर पोस्टर में यह टैगलाइन डलवाया है कि गरीब मां का अधूरा सपना शिक्षित बेटा करेगा पूरा। और जीतने के बाद उन सपनों को पूरा करने का संकल्प भी लेता हूं।
आगे उन्होंने बताया कि वह एम ए राजनीति शिक्षित है साथ ही व्यवसाय और मजदूरी का काम करते हैं। उन्होंने पाम्पलेट के माध्यम से प्रत्येक मतदाताओं से गांव के विकास के लिए सुझाव भी मांगे हैं। जो की यह भी एक चर्चा का विषय बना हुआ है क्योंकि ऐसे सुझाव बड़ी पार्टियां ही बड़े चुनाव के लिए मांगते हैं ऐसे में गांव के विकास के लिए आम मतदाताओं से सुझाव मांगना अपने आप में एक अनोखा कार्य नजर आया है जिसको लेकर मतदाताओं में चर्चा का विषय बना हुआ है।

ग्राम पंचायत कुथरेल से सरपंच पद के लिए चार प्रत्याशी मैदान में है। इस बार एससी मुक्त आरक्षित हुआ है सरपंच पद जिसके चलते तीन पुरुष और एक महिला प्रत्याशी अपना भाग्य आजमा रहे हैं जिसमें से गीता गजपाल, मोहन सिंह गंधर्व, रमेश कुमार सोनवानी, संतोष कुमार मेश्राम, सरपंच पद के प्रत्याशी हैं।
जीत हार का फैसला तो मतदाता ही करेंगे लेकिन अपने इन प्रचार के तरीकों से आम लोगों के जुबान पर बस जाना भी बड़ी कला कहलाती है त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए मतदान की तिथि 17 फरवरी दिन सोमवार निश्चित है उसके बाद ही प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला मतदाता करेंगे।

Author: mirchilaal
