
दुर्ग । मध्यप्रदेश के कछाला गाँव में रात्रि विश्राम के समय पूज्य जैन संतों के साथ हुई अमानवीय तथा अभद्र घटना को लेकर देश भर के न सिर्फ जैन समाज अपितु सर्व मानव समाज में नाराजगी तथा आकोश है यह घटना मानवता को झकझोरने वाली है जो कि एक सामाजिक विषय भी हैं। इस घटना में दोषी कोई भी हो कितना भी प्रभावशाली व्यकित्व का स्वामी हो, किसी भी राजनैतिक दल के नेता के परिवार का हो रिश्तेदार हो करीबी हो बिना किसी भेदभाव के भारतीय न्याय संहिता के तहत उन सभी पर कड़ी से कड़ी कानूनी एवं दण्डानात्मक कार्यवाही की जानी चाहिए। साधु संत के विहार के समय केन्द्र तथा राज्य सरकारें उनकी सुरक्षा व्यवस्था निर्धारित करें। ताकि वे अपने एक गंतव्य से दूसरे गंतव्य तक बिना किसी बाधा के पहुंच सके।


Author: mirchilaal
