
दुर्ग जिला पंचायत की सामान्य सभा में सोमवार को विपक्षी सदस्यों की नाराजगी जमकर फूटी। सदस्यों ने मनरेगा में रोजगार दिवस की कटौती के साथ, संग्रहण केंद्रों धान के उठाव, पीएचई के कामों में लेटलतीफी और सरकारी कार्यक्रमों में जिला पंचायत सदस्यों उपेक्षा के मद्दे उठाए और संतोषप्रद जवाब नहीं मिलने पर जमकर नाराजगी जताई।

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के विधायक प्रतिनिधि अशोक साहू और जिपं सदस्य देवेंद्र चंद्रवंशी ने बैठक में मनरेगा में कार्य दिवस की कटौती का मुद्दा उठाया। दोनों नेताओं ने बताया कि रोजगार कार्य दिवस में कटौती से जॉब कार्डधारियों को रोजगार नहीं मिल रहा, जबकि शासन ने प्रत्येक जॉब कार्डधारी को हरहाल में 100 दिन रोजगार देने का लक्ष्य रखा है। सदस्यों ने बैठक में मनरेगा के रोजगार कार्य दिवस के लक्ष्य को बढ़ाने और प्रत्येक जॉब कार्डधारी को रोजगार दिलाने का प्रस्ताव पारित कर राज्य शासन को भेजने का निर्णय लिया।
भूमिपूजन कार्यक्रम में नहीं बुलाया
सदस्य दानेश्वर साहू ने उन्हें सरकारी कार्यक्रम में जानबूझकर नहीं बुलाए जाने का आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि उनके जिला पंचायत क्षेत्र में लोक निर्माण विभाग द्वारा कन्हारपुरी-जाताधर्रा मार्ग निर्माण का भूमिपूजन किया गया। लेकिन उन्हें नहीं बुलाया गया। इस पर विभागीय अधिकारी ने खेद व्यक्त करते हुए भविष्य में ऐसा नहीं होने की बात कही।
बिना शिकायत सचिवों का ट्रांसफर
सदस्य दानेश्वर साहू ने धमधा क्षेत्र आधा दर्जन से अधिक पंचायत सचिवों का अच्छा काम के बाद भी बिना शिकायत के ट्रांसफर कर दिए जाने का मामला उठाया। सदस्य ने प्रस्ताव की कापी उपलब्ध कराने की मांग की, लेकिन अधिकारी मौके पर प्रस्ताव उपलब्ध नहीं करा पाए। इस पर भी सदस्यों की नाराजगी जमकर फूटी।

Author: mirchilaal
